Gangster Vicky Tyagi जिसे भरी अदालत में एक 16 साल के लड़के ने गोलियों से भूनकर मार डाला था
Gangster Vicky Tyagi जिसे भरी अदालत में एक 16 साल के लड़के ने गोलियों से भूनकर मार डाला था
Vicky Tyagi.....पश्चिमी उत्तर प्रदेश का वो गैंगस्टर जिससे बदला लेने के लिए एक सोलह साल का लड़का भरी अदालत में हथियार लेकर पहुंच गया था और जज के सामने उसने विक्की त्यागी को इतनी गोलियां मारी एक मैगजीन खत्म हो गई और दूसरी का इस्तेमाल करना पड़ा। आज हम बात करेंगे उसी विक्की त्यागी की जिसे पावर और सत्ता का ऐसा चस्का लगा था कि वो भूल गया कि बुरे काम का नतीजा भी बुरा ही होता है। विक्की त्यागी की कहानी की शुरुआत होती है, कॉलेज के समय से, मुजफ्फरनगर के एसडी कॉलेज में छात्रों के बीच क्रिकेट मैच खेला जा रहा था, इसी मैच में दसवीं क्लास में पढ़ने वाले विक्की त्यागी ने अपना आपा त्याग दिया और विरोधी टीम के खिलाड़ियों की इस कदर पिटाई की कि पूरे कॉलेज में छात्र उसके नाम से दहशत में रहने लगे।
विक्की त्यागी मुजफ्फरनगर के चरथावल
क्षेत्र के गांव पांवटी खुर्द के एक संपन्न किसान परिवार से ताल्लुक रखता था। मृतक
विक्की त्यागी के पूर्वजों की एक लंबे समय से गांव के ही कुछ लोगों से राजनीति के
चलते रंजिश चली आ रही थी।Gangster Vicky Tyagi
विक्की त्यागी की पत्नी मीनू त्यागी
लेकिन फिर भी दोनों ने आखिरकार शादी कर ली, इस शादी के कुछ दिन बाद ही मीनू की बहन की हत्या हो गई, कत्ल का आरोप लगा विक्की त्यागी पर, केस दर्ज हुआ, यही से विक्की अपराध की डगर पर चल पड़ा। दोनों ने घर से भाग कर शादी कर ली, और उसके कुछ ही दिनों के बाद मीनू त्यागी की उस बहन का कत्ल हो गया जो विक्की और मीनू की शादी में रुकावटें पैदा कर रही थी, जिसका सीधा शक विक्की पर गया, विक्की पर मुकदमा दर्ज हो गया, इसके बाद विक्की त्यागी जुर्म की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया और एक बाद एक उसने दर्जनों हत्याओं की घटना को अंजाम दे डाला।
इस दौरान 1998 से 2008 तक विक्की ने तहलका मचाया, 1999 में इंस्पेक्टर को दिनदहाड़े गोली मार दी थी, विक्की त्यागी पर जिला कारागार पर तैनात उप बंदी निरीक्षक चुन्नी लाल की हत्या और दिल्ली-देहरादून हाइवे पर पुलिस वैन पर अपने शार्प शूटर से हमला करने का भी आरोप लगा। इसमें एक पुलिस कांस्टेबल की हत्या और कई पुलिसकर्मी के घायल होने का मामला सामने आया था। इस हमले में इंस्पेक्टर जेपी जुयाल तो बच गया था और आरोपी विक्की त्यागी पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार होने में भी कामयाब हो गया था, कहा जाता है कि विक्की ने अपने शार्प शूटर से इंस्पेक्टर पर हमला कराया था, जो पुलिस के हथियार तक लेकर फरार हो गया था।
इतना सब होने के बाद विक्की इतना तो समझ गया था कि अपराध की दुनिया में जीना है तो राजनीति में उतरना पड़ेगा, उसने तय कर लिया और फिर पूरी तैयारी के साथ ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ा, चुनाव के दौरान ही उसके विरोधी की हत्या कर दी गई थी, जिसका इल्जाम विक्की त्यागी पर ही गया, हालांकि विक्की चुनाव तो जीत गया मगर उसे इसी मामले में विक्की की पत्नी और उसके साथी सुशील शुक्ला जेल चले गए।
इस दौरान विक्की का नाता एक और विवाद से जुड़ गया, चुनाव के दौरान ही बधाई खुर्द के रहने वाले पूर्व चेयरमैन उदयवीर से विक्की की रंजिश शुरू हो गई। इसके बाद विक्की त्यागी ने उदयवीर का भी वही हाल किया जो ब्लॉक के चुनाव में उसके विरोधी का हुआ था, साल 2011 की 11 जुलाई को एक परिवार की गाड़ी को विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक ने टक्कर मार दी थी। बाद में, पुलिस जांच में यह पाया गया कि इस दुर्घटना की साजिश तत्कालीन जेल गैंगस्टर विक्की त्यागी ने बनाई थी, ताकि उसके प्रतिद्वंद्वी उदयवीर सिंह को खत्म किया जा सके। इस घटना में एसयूवी में सवार एक ही परिवार के आठ लोगों की मौत हो गई थी। विक्की त्यागी पर 40 से अधिक आपराधिक केस दर्ज किए गए। दिल्ली-एनसीआर समेत कई जिलों में विक्की त्यागी पर हत्या, लूट, रंगदारी और अपहरण के मामले दर्ज किए गए। विक्की त्यागी ने कई हत्याओं की घटना को अकेले ही अंजाम दिया।
शातिर विक्की त्यागी के पाप का
घड़ा अब भरा चुका था, उदयवीर
आरोपी सागर मलिक ने देवेंद्र नाम के शख्श की भी इसी तरह से
कोर्ट रूम में ही हत्या की थी, कहा जाता है कि उस दौरान सागर
मलिक के साथ उसका भाई भी मौजूद था, दोनों भाइयों ने जाकर
पहले तो देवेंद्र के पैर छुए और फिर मौत के घाट उतार दिया।कहा
तो ये भी जाता है कि विक्की त्यागी ने देवेंद्र के कहने पर ही
उसके परिजनों को मौत के घाट उतार दिया था, जिसका बदला
पहले तो सागर ने देवेंद्र की हत्या करके लिया और फिर उसी अंदाज
में विक्की त्यागी को भी मौत की नींद सुला दिया। सागर ने
गैंगस्टर विक्की त्यागी के सीने में एक मैगजीन की सारी गोलियां उतार दी थी और दूसरी मैगजीन भी लोड कर ली थी, जब पुलिस
ने शव का पोस्टमार्टम कराया था तो उसके शरीर में इक्कीस छेदथे, और चौदर गोलियों को कवर भी निकले थे, सागर ने विक्की पर तब तक गोलियां बरसाई जब तक वो मर नहीं गया, इस वारदात के बाद विक्की का शव सर से लेकर पांव तक खून से लतपथ हो गया था।विक्की की हत्या के बाद उसकी पत्नी मीनू त्यागी ने गैंग की बागडोर संभाल ली थी, जुलाई 2007 की हत्या के एक मामले में मीनू त्यागी और पांच अन्य को मुजफ्फरनगर की एक स्थानीय अदालत ने साल 2017 में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। फिलहाल मीनू त्यागी अंबेडकर नगर जेल में हैं। कहा जाता है कि कुख्यात गैंगस्टर विक्की की हत्या तीन दुश्मनी की वजह से हुई थी, विक्की के घरवालों की शिकायत और पुलिस की जांच भी इसी तरफ इशारा कर रही है, इनमें से दो दुश्मनी एसटीएफ से जुड़े लोगों से थीं, और एक गोली मारने वाले हमलावर की। जिन एसटीएफ वालों पर आरोप है उनकी लोकेशन भी वारदात वाले दिन घटनास्थल के पास ही थी। यही वजह है कि इस मामले में कई पुलिसकर्मियों पर भी केस दर्ज हैं।
विक्की का हत्यारा सागर मलिक |
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