Gangster Faheem Khan Story, गैंगस्टर फहीम खान की पूरी कहानी, जिस पर बॉलीवुड ने बनाई थी Gangs of Wasseypur 2
Gangster Faheem Khan Story, गैंगस्टर फहीम खान की पूरी कहानी, जिस पर बॉलीवुड ने बनाई थी Gangs of Wasseypur-2
बाप का, दादा का, भाई का.....सबका बदला लेगा रे तेरा
फैजल...Gangs of Wasseypur 2फिल्म का ये डायलॉग तो आपने
जरूर सुना होगा, पर क्या आप जानते हैं असल में ये डायलॉग और वो
पूरी फिल्म किस इंसान की रियल लाइफ पर बनाई गई थी, अगर नहीं
पता तो हम आपको बताते हैं, दरअसल, उस शख्स का नाम था फहीम
खान, उर्फ फैजल, Faheem Khan उर्फ फैजल की कहानी की शुरुआत
होती है 1980 के दशक से मगर इसका बीज बोया गया था 1956 में,
जब वासे नाम के एक बिल्डर ने बिहार के धनबाद के बीचों बीच एक
जंगल को काटकर मोहल्ला बसाया था, उस समय इस मोहल्ले में केवल
सौ लोग रहते थे मगर उस मोहल्ले की आबादी अब ढाई लाख से ज्यादा
है, ये धनबाद का सबसे बड़ा मोहल्ला है, क्योंकि मोहल्ले को बसाने वाले
बिल्डर का नाम वासे था तो उसे आगे चलकर नाम मिला वासेपुर।
इस पूरे इलाके में कोयले की खान को
लेकर गुटबाजी और गैंगवार चलतीफहीम खान
थी, एक तरफ था वासेपुर का खान तो वहीं दूसरी तरफ इलाके के रहीस
खानदान थे, तो दूसरी तरफ था रामाधीर का परिवार, मोहल्ले के खान
ने गैंगवार और गुटबाजी से अलग होकर लोहे के धंधे में अपनी छाप
छोड़ने का इरादा कर लिया और फिर धीरे धीरे लोहे की तस्करी करने
लगा, और एक दिन वो आया जब खान कामयाब हो गया, उसे लोहे के
धंधे में खूब पैसा, रुतबा और पावर मिल गई, जिससे उसका नाम भी
बदला, और वो नाम था, सफीक खान....सभी सफीक को काफी मानने
लगे थे....मगर मोहल्ले के दूसरे गुटों को उसकी ये कामयाबी रास नहीं
आई और एक दिन पेट्रोल पंप पर उसकी हत्या कर दी गई।
सफीक खान का बेटा था फहीम
पति की हत्या के बाद उसकी पत्नी
नजमा खातून ने गैंग की कमान
संभाल ली और अपने बेटे फहीम को
गैंग की कमान संभालने के लिए
तैयार भी करती रही, इस दौरान
आरोपियों ने फहीम के दादा और भाई की भी हत्या कर दी थी, नजमा खातून बस इंतजार कर रही थी कि कब उसका बेटा बड़ा होगा और अपने बाप-दादा और भाई की मौत का बदला लेगा, इस दौरान नजमा खातून ने लोहे के धंधे और इलाके में फहीम की गैंग का दबदबा बरकरार रखने की पूरी कोशिश की, जब फहीम बड़ा हुआ तो उसने गैंग की कमान अपने हाथ में ले ली..और रामाधीर और फैजल के गैंग के बीच गैंगवार शुरू हो गई...इस वक्त फहीम का सबसे बड़ा दुश्मन था शब्बीर अंसारी, जिसने फहीम की गैरमौजूदगी में अपने आदमी भेजकर फायरिंग करा दी जिसमें फहीम के कई गुर्गे मारे गए, इस हमले में फहीम उर्फ फैजल की मां और मौसी की भी हत्या कर दी गई। इसके बाद सभी आरोपी मारूति से फरार हो गए थे।
फहीम की मां और मौसी की हुई थी
हत्या
इसका बदला फहीम ने शब्बीर अंसारीके कई गुर्गों को मरवा कर लिया,
उधर फहीम की मां और मौसी के
कत्ल के आरोप में शब्बीर को गिरफ्तार
कर लिया गया और उसे अदालत ने मौत की सजा सुनाई, मगर इस दौरान उसे जब जेल से बाहर आने का मौका मिला तो वो मौत से बचने के लिए फरार हो गया, उधर फहीम खान के गुर्गों ने शब्बीर के भाई की 2009 में हत्या करा दी। जिसके बाद फहीम खान को सजा हो गई, कहा जाता है कि फहीम के जेल चले जाने के बाद वो जेल में रहकर अपनी गैंग चला रहा है, और उसका बेटा इकबाल बाहर से गैंग को ऑपरेट कर रहा था। फहीम खान पर हत्या, हत्या की कोशिश और रंगदारी के तीस से ज्यादा मामले दर्ज हैं और इस वक्त वो जमशेदपुर जेल में अपने गुनाहों की सजा काट रहा है। कहा जाता है की जेल में रहने के बाद भी उसका खौफ कम नहीं हुआ है जेल में रहते हुए भी उस पर तीन हत्या और रंगदारी के कई मामले दर्ज हुए हैं।
बेटी की शादी के दिन जेल से आया था बाहरइकबाल खान, फहीम का बेटा
था, मौका था फहीम की बेटी की शादी का, जब इतने साल बाद फहीम
लौटकर एक दिन के लिए घर आ रहा था तो उसके आने की खुशी में
किसी त्यौहार जेसी तैयारी की गई थी, इस दौरान पुलिस को आशंका थी
कि बेटी जन्नत की शादी के लिए जेल से बाहर आ रहे फहीम पर दूसरे
गुट के लोग हमला कर सकते हैं जिससे माहौल खराब हो सकता है
लिहाजा, वासेपुर की गलियों में पहले से ही स्पेशल एक्शन टीम को
तैनात कर दिया गया था। फहीम खान ने अपने बच्चों की शादी में
शामिल होने के लिए हाईकोर्ट से पैरोल मांगी थी। हाईकोर्ट ने उसकी दो
दिन की पैरोल मंजूर कर ली है।
कोयलांचल में गैंग्स ऑफ वासेपुर
वाला गैंगस्टर फहीम खान अपनी और उसके सुहाग को आशीर्वाद देने के लिए रांची होटवार जेल से पैरोल पर छूटकर 1 दिनके लिए धनबाद गया था. पुलिस उसे लेकर वासेपुर के कमर मखदुमी रोड स्थित उसके घर नहीं गई, बल्कि सीधे रेलवे ऑफिसर क्लब पहुंची थी जिसकी खबर किसी को नहीं थी। शादी को बाद दोबारा उसे जेल में शिफ्ट कर दिया गया तो दोस्तो ये थी फहीम खान उर्फ फैजल की कहानी, कहानी आपको कैसी लगी हमे कमेंट करके जरूर बताएं।
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